Sunday 3 November 2019

gayatri mantra lyrics ॐ भूर्भुवः स्वः

ॐ भूर्भुवः स्वः
तत्सवी- तुवरण्यम
भर- ्गो देवसयाह धीमही
धियो यो न: प्रचोदयात्-

ॐ = प्रणव
भूर = मनुष्य को प्राण प्रदाण करने वाला
भुवः = दुख़ों का नाश करने वाला
स्वः = सुख़ प्रदाण करने वाला
तत = वह
सवितुर = सूर्य की भांति उज्जवल
वरेण- ्यं = सबसे उत्तम
भर्गो- = कर्मों का उद्धार करने वाला
देवस्य- = प्रभु
धीमहि- = आत्म चिंतन के योग्य (ध्यान)
धियो = बुद्धि
यो = जो
नः = हमारी
प्रचो- दयात् = हमें शक्ति दें (प्रार्थना)

पछताओगे Pachtaoge lyrics – Arijit Singh

Pachtaoge Lyrics in Hindiगाना: पछताओगे

 गायक: अरिजीत सिंह

 गीतकार: जानी

संगीतकार: बी प्राक





हो मुझे छोड़ कर जो तुम जाओगे

 जो तुम जाओगे, जो तुम जाओगे



हो मुझे छोड़ कर जो तुम जाओगे

 बड़ा पछताओगे, बड़ा पछताओगे

बड़ा पछताओगे, बड़ा पछताओगे



सुन्निया सुन्निया गल्लियाँ दे विच रोल ना देईं

बूहे किसी होर लई खोल देई

सुन्निया सुन्निया गल्लियाँ दे विच रोल ना देईं

बूहे किसी होर लई खोल देई





हो शायर जानी नु जे रुलाओगे

बड़ा पछताओगे, बड़ा पछताओगे


तेरे बिना ज़िन्दगी गुजारांगे किवें

जान जान किह्नु पुकारांगे किवें

तेरे बिना ज़िन्दगी गुजारांगे किवें

जान जान किह्नु पुकारांगे किवें


करोगे जे करोगे जे दगा करोगे

साड्डे वाली मौत तुस्सी वि ते मरोगे


अल्लाह वेखदा, ज़ुल्म कमाओगे

 बड़ा पछताओगे, बड़ा पछताओगे

हो मुझे छोड़ कर जो तुम जाओगे

बड़ा पछताओगे, बड़ा पछताओगे..



मुझसे जो नज़रें चुराने लगे हो

लगता है कोई ओर गली जाने लगे हो

 ख्वाब जो देखे हम दोनों ने मिलके

धीरे धीरे क्यूँ दफनाने लगे हो



कर ना तू होर बर्बाद छड दे

रोह्न्देया दा लेना स्वाद छड दे


 जे सानु प्यार लई एहना तरसाओगे

बड़ा पछताओगे, बड़ा पछताओगे

हो मुझे छोड़ कर जो तुम जाओगे

बड़ा पछताओगे, बड़ा पछताओगे




Shiv Tandav Stotram Hindi Lyrics

Image result for shivजटा टवी गलज्जल प्रवाह पावितस्थले
गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्ग तुङ्ग मालिकाम्
डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं
चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम्
जटा कटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिम्प निर्झरी
विलो लवी चिवल्लरी विराजमान मूर्धनि
धगद् धगद् धगज्ज्वलल् ललाट पट्ट पावके
किशोर चन्द्र शेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम:
धरा धरेन्द्र नंदिनी विलास बन्धु बन्धुरस्
फुरद् दिगन्त सन्तति प्रमोद मानमानसे
कृपा कटाक्ष धोरणी निरुद्ध दुर्धरापदि
क्वचिद् दिगम्बरे मनो विनोदमेतु वस्तुनि
जटा भुजङ्ग पिङ्गलस् फुरत्फणा मणिप्रभा
कदम्ब कुङ्कुमद्रवप् रलिप्तदिग्व धूमुखे
मदान्ध सिन्धुरस् फुरत् त्वगुत्तरीयमे दुरे
मनो विनोद मद्भुतं बिभर्तु भूतभर्तरि
ॐ नमः शिवायः
सदा शिवम् भजाम्यहम्
सदा शिवम् भजाम्यहम्
ॐ नमः शिवायः
सहस्र लोचनप्रभृत्य शेष लेखशेखर
प्रसून धूलिधोरणी विधूस राङ्घ्रि पीठभूः
भुजङ्ग राजमालया

Hanuman chalisa हनुमान चालीसा lyrics

management in Hanuman chalisa. हनुमान चालीसा से सीखिए प्रोफेशनल लाइफ के सूत्र
श्रीगुरु चरन सरोज रज
निजमनु मुकुरु सुधारि
बरनउँ रघुबर बिमल जसु
जो दायकु फल चारि
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर
राम दूत अतुलित बल धामा
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा
महाबीर बिक्रम बजरंगी
कुमति निवार सुमति के संगी
कंचन बरन बिराज सुबेसा
कानन कुण्डल कुँचित केसा
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजे
काँधे मूँज जनेउ साजे
शंकर सुवन केसरी नंदन
तेज प्रताप महा जग वंदन
बिद्यावान गुनी अति चातुर
राम काज करिबे को आतुर
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया
राम लखन सीता मन बसिया
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा
बिकट रूप धरि लंक जरावा
भीम रूप धरि असुर सँहारे
रामचन्द्र के काज सँवारे
लाय सजीवन लखन जियाये
श्री रघुबीर हरषि उर लाये
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं
अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा
नारद सारद सहित अहीसा
जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते
कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा
राम मिलाय राज पद दीन्हा
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना
लंकेश्वर भए सब जग जाना
जुग सहस्र जोजन पर भानु
लील्यो ताहि मधुर फल जानू
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं
दुर्गम काज जगत के जेते
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते
राम दुआरे तुम रखवारे
होत न आज्ञा बिनु पैसारे
सब सुख लहै तुम्हारी सरना
तुम रच्छक काहू को डर ना
आपन तेज सम्हारो आपै
तीनों लोक हाँक तें काँपै
भूत पिसाच निकट नहिं आवै
महाबीर जब नाम सुनावै
नासै रोग हरे सब पीरा
जपत निरन्तर हनुमत बीरा
संकट तें हनुमान छुड़ावै
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै
सब पर राम तपस्वी राजा
तिन के काज सकल तुम साजा
और मनोरथ जो कोई लावै
सोई अमित जीवन फल पावै
चारों जुग परताप तुम्हारा
है परसिद्ध जगत उजियारा
साधु सन्त के तुम रखवारे
असुर निकन्दन राम दुलारे
अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता
अस बर दीन जानकी माता
राम रसायन तुम्हरे पासा
सदा रहो रघुपति के दासा
तुह्मरे भजन राम को पावै
जनम जनम के दुख बिसरावै
अन्त काल रघुबर पुर जाई
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई
और देवता चित्त न धरई
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई
सङ्कट कटै मिटै सब पीरा
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा
जय जय जय हनुमान गोसाईं
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं
जो सत बार पाठ कर कोई
छूटहि बन्दि महा सुख होई
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा
होय सिद्धि साखी गौरीसा
तुलसीदास सदा हरि चेरा
कीजै नाथ हृदय महँ डेरा
पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप

gayatri mantra lyrics ॐ भूर्भुवः स्वः

ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवी- तुवरण्यम भर- ्गो देवसयाह धीमही धियो यो न: प्रचोदयात्- ॐ = प्रणव भूर = मनुष्य को प्राण प्रदाण करने वाला भुवः ...